लालू-शहाबुद्दीन फोन-टेप प्रकरण,किसकी साजिश ?

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Lalu-Prasad-Shahabuddin

निशिकांत सिंह.पटना.राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और राजद के पूर्व सांसद व बाहुबली शहाबुद्दीन के बीच बातचीत से संबंधित फोन टेप के सामने आने के बाद बिहार का राजनीतिक तापमान खासकर सत्तारूढ महागठबंधन का संतुलन बिगड़ते नजर आने लगा है.हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं और यह सवाल उठने लगा है कि यह प्रकरण आखिर किसकी साजिश है?

लालू के मोबाइल व फोन किये जा रहे हैं टेप…किसकी है नजर ?
एक नये चैनल द्वारा कथित रूप से राजद नेता और पूर्व सांसद शहाबुद्दीन और लालू प्रसाद की फोन पर बातचीत का टेप सामने आने के बाद बिहार की राजनीति में खींचतान बढ गई है.जानकारों की मानें तो इस प्रकरण से एक तरफ लालू समर्थक जहां उनके साथ मजबूती से खड़े हैं, वहीं टेप सामने आने के बाद बिहार की राजनीति में अब कई तरह के सवाल उठने शुरू हो गये हैं.सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या लालू प्रसाद के टेलीफोन और मोबाइल की बातचीत पर किसी की निगाहें हैं? क्या लालू के हर एक्टिविटी पर निगाह रखी जा रही है ? इस तरह के सवाल जहां राजनीतिक हलकों में चल रहे हैं वहीं दूसरी ओर राजद के नेताओं के बयान भी इसी ओर इशारा कर रहे हैं.राजद नेता और सोनपुर से विधायक रामानुज प्रसाद ने मीडिया से कहा है कि लालू प्रसाद का फोन टेप हो रहा है, और यह गंभीर मामला है.
बिहार में राजनीतिक तूफान
इससे पूर्व वरिष्ठ पत्रकार की छत्रछाया में लांच हुए नये टीवी चैनल द्वारा पूर्व सांसद शहाबुद्दीन और लालू प्रसाद के कथित टेप का खुलासा किया गया. देखते-ही देखते वह टेप मीडिया में वायरल हो गया. उसके बाद से बिहार की राजनीति में बयानबाजी का दौर जारी है. इस मामले पर लालू परिवार की ओर से कोई भी बयान नहीं आया है. साथ ही राजद के नेता भी इस मसले पर कम बोल रहे हैं. मामले को लेकर लालू-परिवार की ओर से किसी तरह का बयान नहीं आया है. हालांकि, मीडियाकर्मियों द्वारा यह प्रयास जारी है कि लालू की ओर से उनका पक्ष मीडिया के सामने आये.
सियासी हलचल तेज
इधर, टेप प्रकरण को लेकर राजद विधायक रामानुज प्रसाद ने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राज्य में बड़े नेताओं की बातचीत का टेप हो रहा है. कौन टेप कर रहा है इसकी जांच होनी चाहिए. यह किसी व्यक्ति की निजता पर हमला है. यह जांच का विषय है कि किसने और कहां से इसको लीक किया. यह पूरा षड्यंत्र है. इस तरह का टेप रिकार्डिंग पहले भी हुआ है. राजद विधायक रामानुज प्रसाद के बयान का जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने भी समर्थन किया है. हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने आरोप लगाया कि राजद ही नहीं, बल्कि विपक्षी दलों के नेताओं के टेलीफोन भी टेप किये जा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर उनके करीबी लोग टेलीफोन टेप करने में लगे हैं.

लालू टेप प्रकरण:नीतीश की पार्टी प्रवक्ताओं के बैठक, डीजीपी को निर्देश
इधर,इस टेप प्रकरण के मामले में लगातार नयी बातें सामने आ रही हैं.बताया जा रहा है कि जिस पुलिस अधीक्षक के बारे में शहाबुद्दीन ने फोन पर लालू से बात की वह इन दिनों सीवान में ही पोस्टेड हैं.कथित टेप सामने आने के बाद बिहार महागठबंधन घटक दल के नेता इस मसले पर कोई भी बयान देने से बच रहे हैं. वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंभीरता से लिया है. मुख्यमंत्री ने इस मामले को लेकर जदयू के पार्टी प्रवक्ताओं को बुलाकर खास बातचीत की.मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मुख्यमंत्री ने डीजीपी पी के ठाकुर से पूरे मसले पर बैठक की और डीजीपी को जांच के आदेश दे दिये. इससे पूर्व टीवी पर जो टेप सामने आया है, उसमें कुछ इस प्रकार की बातचीत सामने आयी है.
लालू प्रसाद और शहाबुद्दीन के बीच कथित बातचीत का अंश-
उपेंद्र से शहाबुद्दीन ने पूछा कहां बाड़ें, उपेंद्र फोन ले जाकर लालू प्रसाद को देते हैं.
शहाबुद्दीन : प्रणाम,
लालू प्रसाद: प्रणाम, बोलअ,
शहाबुद्दीन: जरा सीवान के खबर-ओबर ले लेम.
लालू : सीवान से मीरगंज के खबर सुननी हअ.
शहाबुद्दीन: सीवान में ज्यादा बा.ओह दिनों हम छाता के बारे में बतोवले रहीं, ओह दिन. एकनिये के गलती रहे. आज नवमी रहलक ह, पुलिस के डिप्टेशन करे के चाहीं.
लालू : नहीं किया था.
शहाबुद्दीन : हां, गोली चलाइले बा, पुलिस नइखे तैनात.
लालू प्रसाद : कुछ नहीं किया है, आज कुछ हुआ है,
शहाबुद्दीन : हां, हमको तो लगता है कि गोली -ओली भी कुछ चली है.
लालू प्रसाद : कहां पर.
शहाबुद्दीन : नवलपुर में त इंटा- पत्थर चलअ ता. विधायक जी बात कर रहे थे तो पता चला कि कहीं गोली चली है.
लालू : पुलिस तैनात नहीं किया है.
शहाबुद्दीन : नहीं, खत्म है भाई  एसपी आपका. इ सबको हटाइये ना. इ सब दंगा करा देगा यहां.
लालू प्रसाद : अरे.जरा एसपी को लगाओ तो
किसने किया बातचीत का टेप ?
क्या यह टेप सर्विलांस पर था, जब इसे रिकॉर्ड किया गया. अगर ऐसा है, तो फिर यह लीक कहां से हुआ. इसके लीकेज के तीन प्वाइंट समझे जा रहे हैं. पहला, विशेष शाखा दूसरा, आइबी और तीसरा, सर्विलांस के दौरान हुई रिकॉर्डिंग के बाद. हालांकि यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि यह टेप लीक कहां से हुआ.
तीन तरह के टेप गुए लीक
तीन तरह के टेप लीक हुए हैं और तीनों में अलग-अलग लोगों से बातचीत है. ये तीनों बातचीत अलग-अलग समय की भी है. एक में राजद प्रमुख से बातचीत है, जो पिछले साल रामनवमी की घटना के दौरान की है. इसमें वह सीवान के एसपी को बेकार बताते हुए उसकी लापरवाही के कारण दंगा होने की आशंका जतायी जा रही है. साथ ही उसे हटाने की पैरवी भी वह कर रहा है. दूसरे टेप में उसकी बातचीत एक शराब माफिया से हो रही है. तीसरा टेप उसके ड्राइवर का है, जिसमें उसका ड्राइवर बीडीओ की शिकायत करते हुए कहा रहा है कि बोलेरो गाड़ी नहीं छोड़ रहा है. इस पर शहाबुद्दीन गुस्से अंदाज में बीडीओ को सबक सिखाने की धमकी दे रहा है.इन सभी टेप की जांच होगी.

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