बिहार बढ़ेगा,तभी हमारा देश भारत भी आगे बढ़ेगा- विकास वैभव

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Vikas Vaibhav

संवाददाता.पटना.आइए मिल कर ,प्रेरित करें बिहार (lets inspire Bihar ) अभियान के प्रथम वर्षगांठ बिहार दिवस 2022 पर पटना के रवीन्द्र भवन में भव्य समारोह का आयोजन किया गया | इस को एक नई पहचान देने वाले बिहार के चर्चित आईपीएस अधिकारी और वर्तमान में गृह विभाग के विशेष सचिव (आईजी) विकास वैभव की उपस्थिति में बिहार के सभी 38 जिलों में स्थापित अध्यायों से जुड़े 1000 से अधिक सहयात्री सम्मिलित हुए ।
मुख्य अतिथियों में ज़ी न्यूज के बिहार संपादक स्वयं प्रकाश, न्यूज 18 के बिहार संपादक ब्रज मोहन सिंह, लाइव सिटिज के संपादक ज्ञानेश्वर, न्यूज हाट के संपादक कन्हैया भेलारी, न्यूज 24 के बिहार संपादक अमिताभ ओझा, मिसेज़ इंडिया कॉन्टिनेंट  2021 ख़िताब लेकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार नाम करने वाली श्वेता झा,सुप्रसिद्ध शिक्षाविद गुरू रहमान, एम्बीशन लाॅव इन्टीट्यूट, दिल्ली के निदेशक आलोक रंजन, पटना अध्याय से जुड़े कुमार राहुल, भोजपुर अध्याय से जुड़े राहुल कुमार सिंह , गार्गी अध्याय से जुड़ीं विदुषी डाॅ प्रीति बाला , जीवक अध्याय से जुड़ीं एम्स पटना की डाॅ सरिता , सुप्रसिद्ध समाजसेवी गुड्डू बाबा, सोशल मीडिया आइकॉन मनीष कश्यप, बगहा के पर्यावरण आइकॉन गजेंद्र यादव सम्मिलित रहे ।
काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारी विकास पाठक  तथा गार्गी अध्याय से जुड़ीं श्रियम नारायण  द्वारा मंगलाचरण के पश्चात दिल्ली से पधारीं सुप्रसिद्ध नृत्यांगना ग्रेसी सिंह  द्वारा गणेश वंदना तथा कथक नृत्य की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ । सुप्रसिद्ध संगीतकार संजीव मुकेश द्वारा रचित “प्रेरित करें बिहार” नामक गीत के उद्घाटन के पश्चात अपने संबोधन में मैंने बताया कि जिस आवाह्न के साथ बिहार के उज्ज्वलतम भविष्य के प्रति संकल्पित अभियान का प्रारंभ पिछले बिहार दिवस पर पटना के तारामंडल सभागार में हुआ था, वह तीव्रता के साथ बिहारवासियों के मध्य प्रसारित हो रहा है और हर जिले तथा अनेक जिलों के हर प्रखंड में स्थापित अध्यायों में आज 25,000 से अधिक व्यक्ति स्वैच्छिक रूप से जुड़ चुके हैं तथा श्रंखला दिन-प्रतिदिन अभिवृद्धि प्राप्त कर रही है ।
      अभियान के उद्देश्यों को बताते हुए आईपीएस अधिकारी और वर्तमान में गृह विभाग के विशेष सचिव (आईजी) विकास वैभव कहा कि बिहार की भूमि प्राचीन काल से ही ज्ञान, शौर्य एवं उद्यमिता की प्रतीक रही है और यह कि हम उन्हीं यशस्वी पूर्वजों के वंशज हैं जिनमें अखंड भारत के साम्राज्य को स्थापित करने की क्षमता तब थी जब न आज की भांति विकसित मार्ग थे, न सूचना तंत्र और न उन्नत प्रौद्योगिकी । यह हमारे पूर्वजों के चिंतन की उत्कृष्टता ही थी जिसने बिहार को तब अग्रणी भूमिका में स्थापित किया था । उर्जा निश्चित आज भी वही है चूंकि हम उन्हीं यशस्वी पूर्वजों के वंशज हैं, परंतु यदि हम वांछित उन्नति नहीं कर पा रहे तो आवश्यकता केवल इस चिंतन की है कि नैसर्गिक उर्जा का प्रयोग हम कहाँ कर रहे हैं । आवश्यकता लघुवादों यथा जातिवाद, संप्रदायवाद आदि संकीर्णताओं से परे उठकर राष्ट्रहित में आंशिक ही सही परंतु कुछ निस्वार्थ सकारात्मक सामाजिक योगदान समर्पित करने की है । आवश्यकता चिंता नहीं अपितु चिंतन तथा आपस में संघर्ष नहीं अपितु सहयोग करने का है जिसे बढ़ाने में सभी युवाओं की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है ।
उन्होंने कहा कि मीडिया जगत के अतिथियों से अभियान के बढ़ते प्रभाव तथा बिहार के भविष्य में युवाओं की भूमिका पर रखे गए विचारों से मन अत्यंत प्रभावित हुआ । जब स्वयं प्रकाश जी द्वारा रचित पंक्तियों को पत्रकारिता जगत के ही वरिष्ठ अग्रजों द्वारा मुझे प्रस्तुत किया गया, तब मन निश्चित अभिभूत हो उठा और कहने लगा कि जिस प्रकार का समर्थन आप लोगों के द्वारा अभियान को मिल रहा है, वह निश्चित ही बिहार के भविष्य के प्रति शुभ संकेत है । सभी वक्ताओं के विचारों के अलावा सुप्रसिद्ध गायक आलोक पाँडेय जी द्वारा गीत तथा मृदंगम् समूह द्वारा नृत्य की प्रस्तुति भावविभोर करने वाली थी । सभी अध्यायों से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों तथा सामाजिक क्षेत्रों में सकारात्मक योगदान समर्पित कर रहे व्यक्तियों को इस अवसर पर सम्मानित भी किया गया तथा अभियान के संदेश को बिहार के हर युवा तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया ।

 

 

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