कोरोना से मरनेवाले डॉक्टरों की बीमा-राशि के भुगतान में टालमटोल पर डॉक्टरों में असंतोष

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कोरोना ने देशभऱ के 269 डॉक्टरों की जान ले ली,जिसमें बिहार की संख्या सबसे अधिक 89

संवाददाता.पटना.मंगलवार को पद्मश्री से सम्मानित आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल का दिल्ली के एम्स में निधन हो गया।पटना के प्रख्यात कॉर्डियोलोजिस्ट डॉ प्रभात कुमार का हैदराबाद के किम्स अस्पताल में निधन हो गया.इन दो बड़े डॉक्टरों के निधन ने मेडिकल जगत को झकझोर कर रख दिया.कोरोना महामारी ने देशभऱ के 269 डॉक्टरों की जान ले ली है जिसमें बिहार में मरने वाले डॉक्टरों की संख्या सबसे अधिक 89 है.यह आंकड़ा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने जारी किया है.सरकार द्वारा घोषित मृतक डॉक्टरों के आश्रितों को 50 लाख की राशि भुगतान के मामले में बीमा कंपनी के टालमटोल रवैए पर डॉक्टरों में असंतोष है.भासा व ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट डॉक्टर एसोसिएशन के महासचिव डॉ रणजीत कुमार ने कहा है कि इसे मामले को वे मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक के संज्ञान में लाऐंगे.

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार देशभर में 269 डॉक्टरों ने कोरोनो महामारी की दूसरी लहर में अपनी जान गंवा दी है। बिहार में मरनेवालों की संख्या सबसे अधिक 89 रही है। इसके बाद उत्तरप्रदेश में 37 और दिल्ली में 28 डॉक्टरों की जान गई है। इसी प्रकार आंध्रप्रदेश में कोरोना के कारण 22, तेलंगाना में 19, महाराष्ट्र व पश्चिम बंगाल में 14-14, तमिलनाडु में 11, ओडिशा में 10, कर्नाटक में 8 और मध्यप्रदेश में 5 डॉक्टरों की मौत हुई है।

आईएमए के वरीय उपाध्यक्ष डॉ.अजय कुमार ने बताया कि बिहार में कोरोना से जिन डॉक्टरों की मौत हुई, उनमें डॉ. ललन कुमार (वैशाली), डॉ.जीआर मधुप (भागलपुर), डॉ. अनिल सिंह (मुजफ्फरपुर), डॉ.ललन प्रसाद (रिटायर्ड-पीएमसीएच), डॉ. अशोक श्रीवास्तव (सीवान), डॉ.विनोद बिहारी वर्मा (पीएमसीएच अवकाश प्राप्त), डॉ. टीएन सिंह (निदेशक, स्वास्थ्य विभाग), डॉ. राजेश कुमार ( उपाधीक्षक पीएमसीएच), डॉ. रामजनम सिंह, डॉ. एके गुप्ता, डॉ. मुकुल कुमार मिश्रा (मुजफ्फरपुर), डॉ. ललन प्रसाद सिंह (गया), डॉ. सुरेश प्रसाद सिंह (भागलपुर), डॉ. नंद किशोर विद्यार्थी, डॉ. पंकज कुमार (कराकट), डॉ. आरएन सिंह (अररिया), डॉ.एसएस अम्बष्ठ (पटना), डॉ.वीके सिन्हा (पीएमसीएच), डॉ.राणा मिथिलेश (रेडियोलॉजिस्ट), डॉ.पूनम मोसेस (भागलपुर), डॉ. निरंजन प्रकाश, डॉ. राजीव सिंह (डीएमसीएच), डॉ. स्मिता शर्मा (पटना), डॉ. शत्रुघ्न राम (पटना), डॉ. डीएन झा (एसेएमसीएच), डॉ. गणेश तिवारी (एसकेएमसीएच), डॉ. जेए गास्वामी (सारण), डॉ. डॉ. कृष्णा कुमार (दीघा), डॉ. अरूण कुमार शर्मा , डॉ. हुसैन अहमद (एनएमसीएच), डॉ.एम अंसारी (राजाबाजार), डॉ. ए हसन (किशनगंज), डॉ. बिंदेश्वर प्रसाद सिंह (एसकेएमसीएच), डॉ. ए हसन (मुजफ्फरपुर), डॉ. दिनेश भदानी (गया), डॉ. महेश प्रसाद (शेरघाटी), डॉ. रेणु सिंह , डॉ. मिथिलेश कुमार (पूर्णिया), डॉ. मुकुल सहाय (पटना), डॉ. शुभेंदु सुमन (एनएमसीएच), डॉ. विजय रजक (एसकेएमसीएच), डॉ. अशोक कुमार वर्मा (बिहारशरीफ), डॉ. अमर चंद प्रसाद , डॉ. सचिन मेहरिया (सुपौल), डॉ. अब्दुल अंसारी (डेहरीअनसोन), डॉ. विनय कुमार सिंह (पटना), डॉ. सुभा कुमार (भागलपुर), डॉ. गोरख (भागलपुर), डॉ. अजय अग्रवाल , डॉ. धर्मेंद्र प्रसाद (बेतिया), डॉ. अब्दुल वाहीद (सीवान), डॉ. राजेश प्रसाद सिन्हा (महाराजगंज), डॉ.नगीना पासवान, डॉ. शिव शंकर चौधरी (पीएमसीएच), डॉ. राम नरेश पाठक (सीवान), डॉ. अनिल कुमार सिन्हा (पीएमसीएच), डॉ. शीला कुमारी (पटना), डॉ. गहलौत, डॉ. बीएन मिश्रा (सहरसा), डॉ. रामाशीष सिंह (औरंगाबाद), डॉ. हरिनारायण मंडल , डॉ. एमोहम्द सुल्तान अंसारी, डॉ. एचके सिंह (पीएमसीएच), डॉ. विद्या सागर पासवान (वैशाली), डॉ. बिंदेश्वर शर्मा (सीतामढ़ी), डॉ.नवल किशोर सिंह, डॉ. राधा शरण प्रसाद (आईजीआईसी), डॉ. सीएसपी सिंह (कटिहार), डॉ. प्रतिमा सिन्हा (मुजफ्फरपुर), डॉ. अरूण कुमार सिंह(पटना), डॉ. अशोक सिंह (लोहानीपुर), डॉ. आरपी शाह रमण (पटना), डॉ. चंद्रमादित्य सिंह (जमुई), डॉ. अखौरी सत्यदेव प्रसाद (पटना), डॉ.नंद किशोर सिंह (मुजफ्फरपुर), डॉ. संजीव रंजन कर्ण, डॉ. सलाऊद्दीन (पुपरी), डॉ. शैलेंद्र कुमार (नवादा), डॉ. नरेश कुमार (एसकेएमसीएच), डॉ. उदय शंकर पांडेय (बेतिया), डॉ. विश्वजीत भास्कर (एनएमसीएच), डॉ. राजीव (दरभंगा), डॉ. एसके वर्मा, डॉ. खालीद खुसैन सफीक (पटना), डॉ. उषा सिन्हा (मुजफ्फरपुर), डॉ. प्रभात कुमार (पटना) शामिल हैं।आईएमए ने सरकार से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में मैनपावर बढ़ाने अनुरोध किया है। इसमें डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल कर्मचारी शामिल हैं।

इधर,भासा व एआईएफजीडीए के महासचिव डॉ रणजीत कुमार ने आदर्शन समाचार को बताया कि सरकार ने कोरोना से मरने वाले डॉक्टरों के आश्रित को 50 लाख और एक नौकरी या मृतक डॉक्टर के सेवाकाल का पूर्ण वेतन देने की घोषणा की है जिसपर अभी अमल नहीं हो रहा है.50 लाख भुगतान में बीमा कंपनी द्वारा भांति-भांति का अड़ंगा लगाया जा रहा है.उन्होंने कहा कि इस मामले पर वे प्रधानमंत्री तक को कल ही पत्र लिखने जा रहे हैं.

 

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