हत्या को पुलिस ने बताया आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला

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संवाददाता.पटना.गर्दनीबाग, पटना थानान्तर्गत यारपुर डोमखाना में दैनिक सफाईकर्मी विधवा रेणू देवी के 12 वर्षीय पुत्र सुमित कुमार की बच्चों के विवाद में वयस्क दबंगों द्वारा 17 मई 2020 को डंडा और बेल्ट से पीट-पीट कर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गयी । रेणू देवी ने आगे बताया कि हत्या का मुख्य आरोपी और उसके छह अन्य भाई दबंग हैं और बड़े पैमाने पर खुलेआम शराब का धंधा करते हैं जिस कारण स्थानीय पुलिस में उनकी पैठ है । जब गर्दनीबाग थाना से मामले की जानकारी ली गयी तब बताया गया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या के लिए उकसाने का प्रतीत होता है अतः इसी धारा में FIR दर्ज कर उचित कानूनी कारवाई की जा रही है ।

गर्दनीबाग थाना ने आगे बताया कि मृतक का पोस्टममार्टम करवाया जा चुका है और रिपोर्ट आने के बाद अपेक्षित व विधि-सम्मत कारवाई की जाएगी । मृतक की माँ रेणू देवी ने बताया कि वह पुलिस को अपने फर्दब्यान में दबंगों द्वारा अपने बेटे की हत्या की बात बताई थी लेकिन पुलिस हत्या के मामले को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला मानकर कारवाई कर रही है । रेणू देवी ने बताया कि पुलिस द्वारा यह बताना कि बारह वर्ष के बच्चा के शरीर पर गहरे जख्मों के निशान, बारह वर्ष के बच्चा को आत्महत्या के लिए उकसाना, बच्चा द्वारा 8 वर्ग फीट के झोपड़ीनुमा कमरे में चंद मिनटों में आत्महत्या के लिए सभी संसाधनों को जुटाना, उसी कमरा में सफलतापूर्वक आत्महत्या करना और इसी बीच हत्यारोपितों द्वारा केस उठाने की धमकी देना किसी परियों की कहानी से कम प्रतीत नहीं होता है ।

रेणू देवी ने बताया कि पुलिस हत्यारोपितों से उनके परिवार की सुरक्षा, हत्यारोपितों के खिलाफ निष्पक्ष व समयबद्ध कारवाई नहीं करती है तो वह पुलिस की दलित विरोधी कारवाई को वरीय पुलिस अधिकारीयों के साथ मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, दलित राष्ट्रपति और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक ले जाकर समयबद्ध और निष्पक्ष न्याय की गुहार लगाएगी ।

 

 

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