राजभवन में मनोज जोशी निर्देशित चाणक्य की 1017वीं प्रस्तुति

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2017-05-04-PHOTO-00000028

मुकेश महान.पटना.राजभवन के राजेन्द्र मंच पर मनोज जोशी निर्देशित नाटक चाणक्य देखने को मिला.महामहिम राज्यपाल सहित मुख्यमंत्री ने समय दिया और पूरा नाटक देखा.
बहुत दिनों बाद इस नाटक को देखकर नाटक देखने का आनंद प्राप्त हुआ.यह नाटक की 1017वीं प्रस्तुति थी.स्वाभाविक तौर पर प्रस्तुति के स्तर पर यह पूरी तरह परिपक्व थी.तकनीक पक्ष लाइट,साउंड स्टेज क्राफ्ट सहित दृश्यबंध भी प्रभावशाली थे.कलाकारों की स्पष्ट और शुद्ध संस्कृत निष्ठ  संवाद अदायगी.भाव संप्रेषण और सहकलाकारों के साथ कोआर्डिनेशन  काबिले तारीफ थी. सरकार को चाहिए कि इस प्रस्तुति को राजभवन से बाहर प्रेमचंद रंगशाला या कालिदास रंगालय में प्रस्तुत करने की व्यवस्था करवाए जिससे पटना या बिहार आम जन और रंगप्रेमी इसका लाभ उठा सकें.अन्यथा बिहार के लिए यह वीआईपी शो ही बनकर रह जाएगा.
दर्शक के रुप में उपस्थित तमाम गण्यमान्य लोगों समेत बिहार के मुख्यमंत्री और महामहिम राज्यपाल महोदय ने खुले दिल से इस प्रस्तुति की प्रशंसा की. यह प्रशंसनीय प्रस्तुति थी भी.लेकिन यह प्रस्तुति बिहार के रंगकर्म विभाग( संस्कृति विभाग ),इसके अधिकारियों की सोच सहित बिहार के रंगकर्मियों और रंगकर्म के लिए एक सवाल तो छोड़ ही जाता है कि बिहार के इस थाति और विरासत पर वे क्या कर रहे हैं. दर्शक की हैसियत से प्रेक्षागृह में  बैठे संस्कृति विभाग के अधिकारियों और पटना के कुछ वरिष्ठ रंगकर्मी और निर्देशकों से अब उम्मीद तो बनती ही है कि बिहार की संस्थाओं द्वारा भी कुछ ऐसा ही देखने को मिलेगा.

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