बिहार के युवाओं में सीखने की प्रवृति एवं मेहनत करने की इच्छा हैः मुख्यमंत्री

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निशिकांत सिंह.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कौशल विकास के तहत एक करोड़ युवाओं को अगले पांच वर्षों में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित हुआ है.कौशल विकास के प्रशिक्षण हेतु एजेंसियों का चयन किया गया है. किस तरह से युवाओं के कौशल का विकास किया जायेगा, इसका खाका भी बनाया गया है. इसी आधार पर 74 विभिन्न तरह के कोर्सेस का निर्धारण किया गया है.विभिन्न विभागों द्वारा इसे लागू किया जायेगा.उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं में सीखने की प्रवृति एवं उनके मन में मेहनत करने की इच्छा है.

आज मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद सभाकक्ष में बिहार कौशल विकास मिशन के भर्ती प्रशिक्षण तैनाती मॉडल के आधार पर बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण देकर शत-प्रतिशत रोजगार उपलब्ध कराने हेतु येाजना का मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया. इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार कौशल विकास मिशन की स्थापना कुछ वर्ष पूर्व की गयी थी. मिशन की स्थापना के वक्त यह लक्ष्य निर्धारित किया गया था कि पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को मिशन मोड में कौशल विकास हेतु प्रशिक्षित किया जायेगा. इस कार्य में शुरू में काफी अड़चने आयी. कौन प्रशिक्षण देगा, कैसे प्रशिक्षण दिया जायेगा? मिशन का लक्ष्य था कि युवाओं को प्रशिक्षण का सिर्फ सर्टिफिकेट नहीं दिया जाय बल्कि उनके कौशल क्षमता का विकास किया जाय. लक्ष्य यह था कि पुख्ता काम होना चाहिये. बाधायें थी और बहुत सारे निर्णय लेने थे. 15 विभागों का चयन किया गया, विभागों से उनकी क्षमता के संदर्भ में पूछा गया, जिसके आधार पर एक करोड़ युवाओं को अगले पांच वर्षों में प्रषिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित हुआ.अब बाधायें दूर कर ली गयी है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विभिन्न स्थानों पर हजार से ज्यादा प्रशिक्षण संस्थान संचालित होंगे, जहां युवाओं को रोजगार हेतु प्रशिक्षित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि श्रम विभाग द्वारा बताया गया है कि सारी तैयारी कर ली गयी है. 15 नवम्बर से वास्तविक प्रशिक्षण का कार्य प्रारंभ हो जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में खोले गये जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र पर अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों ने आवेदन दिया है. सभी आवेदनों की प्रोसेसिंग की जा रही है. श्रम विभाग द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रम विभाग द्वारा विभिन्न कम्पनियों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया गया है. कम्पनी युवाओं का चयन करती है, उनको प्रशिक्षित करती है. प्रशिक्षण समाप्त होने के पश्चात उन्हें रोजगार कम्पनी द्वारा दिया जायेगा. सफल प्रशिक्षण के उपरान्त ही रोजगार मिलेगा. सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने पर खर्च किये गये पैसे राज्य सरकार द्वारा दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि आज रोजगार के लिये कौशल का विकास जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ सभी युवाओं को मिलेगा. अगर आप प्रशिक्षण में रूचि लेंगे तो सफलता मिलेगी और आप किसी ऊॅचाई को पा सकते हैं.

 

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