बिहार के 14 जिलों की 33 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित,95 की मौत

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निशिकांत सिंह.पटना.राज्य में महानन्दा, बखरा, कंकई, परमार, कोसी एवं अन्य नदियों में आई बाढ़ से अबतक 14 जिलों की 33 लाख आबादी प्रभावित हुई है एवं 95लोगों की मृत्यु हो गई है.

आपदा प्रबंधन विभाग की सूचनानुसार पूर्णियां, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार, सहरसा, सुपौल, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चम्पारण एवं सारण के 78 प्रखंडों की 640 पंचायतों में, 2351 गाँव के 33 लाख जनसंख्या तथा 5.10 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल एवं 2.0 लाख हेक्टेयर में लगे फसल रकबा प्रभावित है.बाढ़ से 95 व्यक्ति (अररिया-21, सुपौल-8, किशनगंज-5, कटिहार-19, पूर्णियाँ-28, मधेपुरा-4, सहरसा-1, गोपालगंज-4, मुजफ्फरपुर-1, सारण-1 एवं दरभंगा-3) तथा 2 पशु मृत हुए हैं.

बाढ़ प्रभावितों के बीच 8277.00 क्वीं चूड़ा, 1446.00 क्वीं गुड़, चना-1732 क्वीं, 1032086पैकेट दियासलाई, 3540 पैकेट मोमवत्ती, 59878 शीट्स पॉलिथिन, 221248 फूड पैकेट एवं 991921 लीटर किरासन तेल वितरित किए गये है. राहत कार्य में 712 सरकारी देशी नाव, 779 निजी नाव, 641707 निष्क्रमित जनसंख्या, 464 राहत कैम्प शिविरों में 386449 लोग रह रहे हैं, 228 चिकित्सा दल, 69 पशु शिविर कार्यरत हैं.

बाढ़ से 198 (आंशिक), 86 (पूर्ण) पक्का गृह, 4232 (आंशिक) एवं 1915 (पूर्ण) कच्चा गृह तथा 10329 झोपड़ी क्षतिग्रस्त हुई है। क्षतिग्रस्त गृहों का अनुमानित मूल्य-352.00 लाख है. गंगा नदी कहलगाँव (भागलपुर) में, घाघरा-गंगपुर-सिसवन (सिवान) में, कोसी- बलतारा (खगड़िया) तथा कुरसेला (कटिहार) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.

नेपाल के तराई क्षेत्रों में भारी वर्षा से उत्तरी बिहार के कुछ जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. बाढ़ आपदा से निपटने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप जिलों द्वारा तैयारी की गई है. बाढ़ के मद्देनजर सुपौल, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा एवं दीदारगंज, पटना में एनडीआरएफ की एक-एक टीमें नियुक्त की गई थी, जबकि खगड़िया, सीतामढ़ी, पूर्णियां, भागलपुर, मधुबनी, मधेपुरा में एसडीआरएफ की एक-एक टीम तैनात की गई थी। एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की दो-दो टीमें बिहटा, पटना में सुरक्षित रखी गई थी.

बाढ़ग्रस्त अररिया जिले में राहत कार्य हेतु सुपौल जिला से 20 एनडीआरएफ जवानों को भेजा गया है। इसके अतिरिक्त बिहटा, पटना से एनडीआरएफ की एक स्पेशल टीम (40 जवान) भेजी गई है। साथ ही मधेपुरा से भी एसडीआरएफ की एक टीम (20 जवान) अररिया भेजी गई है. साथ ही भोजपुर एवं बक्सर से 25-25 सरकारी देशी नाव भी अररिया भेजे गये हैं.

पूर्णियां जिला में एसडीआरएफ की एक टीम पूर्व से प्रतिनियुक्त है। दरभंगा जिले से तैनात एनडीआरएफ की एक टीम (45 जवान) पूर्णियां जिला में राहत एवं बचाव कार्य हेतु भेजा गया है. इसके अतिरिक्त एसडीआरएफ की एक विशेष टीम (65 जवान) बिहटा, पटना से पूर्णियाँ जिला में राहत एवं बचाव कार्य के लिए भेजी गई है. साथ ही खगड़िया एवं मुजफ्फरपुर जिला से 25-25 सरकारी देशी नाव पूर्णियाँ जिला को भेजा गया है.

बाढ़ग्रस्त किशनगंज जिले में बचाव एवं राहत कार्य हेतु पूर्णियां जिला से दो इन्फलेटेबल मोटरबोट के साथ एसडीआरएफ के 10 जवानों को एवं खगड़िया जिला से 4 इन्फलेटेबल मोटरबोट के साथ 20 एसडीआरएफ जबानों को भेजा गया है. इसके अतिरिक्त दरभंगा जिला से एनडीआरएफ के 20 जवानों को किशनगंज जिला भेजा गया है. साथ ही दरभंगा एवं लखीसराय जिले से 50 सरकारी देशी नाव भी भेजा गया है. एसडीआरएफ की एक टीम (20 जवान) मधुबनी से कटिहार भेजी गयी है.

सीतामढ़ी जिला से तैनात  टीम में से आधी टीम (20 जवान) पूर्वी चम्पारण (मोतिहारी) भेजी गई है. मुजफ्फरपुर से एनडीआरएफ की एक टीम (12 जवान) प0 चम्पारण (बेतिया) जिला में भेजा गया है. बिहटा (पटना) एवं दीदारगंज (पटना) से एनडीआरएफ की 1 – 1 टीम गोपालगंज भेजी गई है. 15000 -15000 तैयार ड्राई फुड पैकेट मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सहरसा, मधेपुरा जिला से पूर्णियां भेजा जा रहा है. ड्राई फुड पैकेट में 500 ग्राम सत्तु, 2 क्रि0ग्रा0 चूड़ा, 250 ग्राम चीनी, छोटा पैकेट नमक, मोमवत्ती, माचिस, एक टार्च, एवं पाउडर दूध को पैकेट रखे जाने का निदेश दिया गया है. पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी एवं शिवहर से क्रमशः 5000, 3000, 4000, 3000 एवं 5000 कुल – 20000 पालीथीन शीट्स पूर्णियाँ जिला को भेजा गया है. मुंगेर, खगड़िया, भोजपुर एवं मधेपुरा से क्रमशः 3000, 3000, 5000 एवं 3000 कुल 14000 पॉलीथीन शीट्स कटिहार जिला को भेजा गया गया है.

 

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