दंगल में सपा और राकांपा

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निशिकांत सिंह,पटना.आखिर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने लालू, नीतीश और कांग्रेस के गठजोड़ से किनारा करने का निर्णय ले ही लिया। अब राकांपा के साथ मिलकर सपा भी बिहार के सभी 243 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी। इस मोर्चे में कुछ और दलों के भी शामिल होने की संभावना है। फिलहाल टिकटों के बंटवारे के लिए तारिक अनवर, रामचंद्र यादव और रघुनाथ के नेतृत्व में एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है।
बिहार के सपा और राकांपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की बांछे खिली हुई है। बहुत दिन से वे बिहार में अपना खून पसीना बहा रहे थे। जब महागठबंधन की ओर से उन्हें एक भी सीट नहीं मिला था तो वे सूबे में आंदोलन करने पर उतर गये थे। रामचंद्र सिंह यादव तो पगहा तुड़ाने पर उतारे थे। नीतीश और लालू के खिलाफ उन्होंने जोर शोर से मोर्चा खोल रखा था। बाद मे दबाव में आकर लालू सपा को पांच सीट देने पर राजी भी हो गये थे। राकांपा को मिलने वाले तीन सीट के अलावा अपने खाते से भी दो सीट देने के लिए तैयार हो गये थे। लेकिन मुलायम सिंह यादव को अहसास हो गया कि इस महागठबंधन में सपा का भविष्य नहीं है। यदि उन्होंने त्वरित कोई फैसला नहीं लिया तो बिहार में सपा के तमाम कार्यकर्ता पार्टी से पलायन कर सकते हैं। पार्टी की कीमत पर लालू के साथ रिश्तेदारी निभाना उन्हें घाटे का सौदा लगा और उन्होंने अपनी अलग राह पकड़ ली। यह लालू और नीतीश दोनों के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि सपा और राकांपा सभी 243 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करने से सीधा चुनावी नुकसान महागठबंधन को ही होगा। महागठबंधन अलग होकर चुनावी में मैदान तोल ठोकने से राजद प्रमुख लालू यादव की भी बोलती बंद हो गई है। राजद के सभी प्रवक्ताओं को सख्त हिदायत दिया गया है कि इस विषय पर टिका टिप्पणी न करे, क्योंकि अभी भी बात को संभालने की कोशिश की जा रही है।

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